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Monday, July 20, 2015

शाम से आँख में नमीं सी है

शाम से आँख में नमीं सी है: शाम से आँख में नमीं सी है आज फिर आप की कमी सी है दफ़्न कर दो हमें के साँस मिले नब्ज़ कुछ देर से थमी सी है आज फिर … वक़्त रहता नही कहीं टिकक...

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